
New Assistant Professor Guidelines : नई दिशा-निर्देशों के अनुसार, असिस्टेंट प्रोफेसर बनना अब और भी आसान हो गया है; अधिक जानकारी यहाँ।: सरकार ने नए वर्ष की बड़ी खुशखबरी दी है कि युवा सहायक प्रोफेसर बनना चाहते हैं। अब सहायक प्रोफेसर बनने के लिए अभ्यर्थियों को विभिन्न डिग्री डिप्लोमा की जरूरत नहीं है।
हाल ही में खबर आई कि UGC-NET परीक्षा, जो पहले सहायक आचार्य बनने के लिए आवश्यक थी, प्रोफेसर बनने के लिए अनिवार्य नहीं रह गई है। अब प्रोफेसर बनने के लिए उम्मीदवारों को NET परीक्षा पास करनी नहीं होगी। हजारों विद्यार्थियों का सपना आज के कंपटीशन भरे दौर में प्रोफेसर बनना है। इस सरकारी पद से अभ्यर्थी अपने करियर और सपनों को पूरा कर सकेंगे।
युवाओं को इस सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत, लगन और कई चरणों की परीक्षाएं पार करनी पड़ती हैं। लेकिन पहले अभ्यर्थियों को इस भर्ती के फार्म भरने के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NET) उत्तीर्ण करना होता था. अब UGC (University Grant Commission) अपने नियमों में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है।
Table of Contents
New Assistant Professor Guidelines UGC ड्रॉप रेगुलेशन
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यूजीसी की हाल ही में जारी की गई ड्राफ्ट गाइडलाइन के अनुसार, युवा असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए अब NET परीक्षा देना होगा। यूजीसी द्वारा अपनी गाइडलाइन में यह बदलाव किया जा रहा है, जिससे युवाओं की उड़ान और विश्वविद्यालयों में प्रोफेसरों की नियुक्ति आसान हो जाएगी।
दिल्ली में यूजीसी मुख्यालय में प्रस्तावित नियमों की घोषणा करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह प्रस्ताव उच्च शिक्षा क्षेत्र में नवाचार भी लाएगा। इससे शिक्षकों और शिक्षण संस्थानों को बल मिलेगा। यह नए नियम उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने में एक प्रगतिशील कदम साबित होंगें।
Assistant Professor New Guidelines—Old Guidelines
2018 के UGC नियमों की जगह नए नियम बनाए गए हैं। 2018 के नियमों के अनुसार, युवा प्रोफेसर बनने के लिए PG करने के बाद UGC-NET परीक्षा पास करने के बाद ही प्रोफेसर पद के लिए आवेदन कर सकते थे, लेकिन अब युवा बिना NET परीक्षा पास करने के भी असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं। क्योंकि अब आचार्य बनने के लिए उम्मीदवारों को सिर्फ पीजी डिग्री चाहिए
New Assistant Professor Guidelines for 2025
यूजीसी के चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने कहा कि 2018 के नियम 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति से पहले के थे। NEP 2020 के नवीनतम नियमों के अनुसार, अब इसे लागू किया गया है। इससे उच्च शिक्षा संस्थानों में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को नियुक्त किया जा सकेगा।
NEP 2020 मल्टी एजुकेशन को सपोर्ट करता है, कहते हैं जगदीश कुमार। विभिन्न विषयों के शिक्षकों को इसमें मौका मिलेगा। प्रोफेसर बनने के लिए अभी भी UG, PG और PhD करना होगा।
नए ड्राफ्ट रूल के अनुसार सहायक प्रोफेसर बनने के लिए न्यूनतम 75% अंकों के साथ चार वर्ष की UG डिग्री या 55% अंकों के साथ PG डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा, उम्मीदवारों को पीएचडी डिग्री होना चाहिए।